क्या आप या आपके परिवार का कोई सदस्य वन क्षेत्रों में रहने वाला है और आजीविका के लिए जंगलों पर निर्भर है ? अगर हाँ, तो Pradhan Mantri Van Dhan Yojana (PMVDY) आपके लिए एक शानदार मौका लेकर आई है।
आज मैं आपको इस योजना की पूरी जानकारी दूँगा ,सरल भाषा में, एक दोस्त की तरह। आइए समझते हैं कि यह योजना कैसे आपके जीवन को बदल सकती है और इसमें आवेदन कैसे करें।

Table of Contents
🌿 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana का उद्देश्य
Pradhan Mantri Van Dhan Yojana का उद्देश्य भारत के आदिवासी समुदायों को स्वरोजगार, कौशल विकास और बाजार से जोड़ने के लिए समर्थन देना है। इस योजना के तहत सरकार वन उत्पादों को एकत्र करने, उन्हें प्रोसेस करने और मार्केट में बेचने के लिए समूह बनाती है।
“जंगलों से आमदनी अब मुमकिन है – आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम।”
👥 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana पात्रता (Eligibility)
इस योजना का लाभ लेने के लिए:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- वह आदिवासी समुदाय से संबंधित होना चाहिए।
- वन क्षेत्र में निवास करता हो।
- कोई वन उत्पाद संग्रहकर्ता, महिला SHG सदस्य या स्थानीय उद्यमी हो।
📋 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana आवश्यक दस्तावेज़
👇 नीचे दिए गए टेबल में सभी ज़रूरी दस्तावेज़ देखें:
दस्तावेज़ का नाम | विवरण |
---|---|
आधार कार्ड | पहचान प्रमाण |
निवास प्रमाण पत्र | राज्य/जिला का प्रमाण |
जाति प्रमाण पत्र | अनुसूचित जनजाति हेतु |
बैंक खाता विवरण | डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर |
पासपोर्ट साइज फ़ोटो | हालिया फोटो |
मोबाईल नंबर | OTP और अपडेट के लिए |
📌 आवेदन कैसे करें? ( स्टेप-बाय-स्टेप गाइड )

Pradhan Mantri Van Dhan Yojana नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आज ही आवेदन कर सकते हैं:
सबसे पहले tribal.nic.in या अपने राज्य के वन विभाग की वेबसाइट पर जाएँ।
“प्रधानमंत्री वन धन योजना” के सेक्शन में जाएँ।
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
सबमिट बटन दबाएँ और आवेदन नंबर सेव करें।
📞 किसी भी मदद के लिए अपने नजदीकी वन धन केंद्र या जनजाती कार्य मंत्रालय से संपर्क करें।
💰 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana के लाभ
- स्वरोजगार के अवसर आदिवासी समुदाय के लिए।
- प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट।
- वन उत्पादों की प्रोसेसिंग और मार्केटिंग में सहायता।
- महिला समूहों (SHGs) को वित्तीय और तकनीकी मदद।
- स्थानीय स्तर पर आय का साधन और श्रमिकों का पलायन कम।
📊 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana राज्यवार आँकड़े (2025)
राज्य | वन धन केंद्र | लाभार्थी संख्या |
---|---|---|
छत्तीसगढ़ | 150 | 25,000+ |
झारखंड | 120 | 20,000+ |
ओडिशा | 100 | 18,500+ |
मध्यप्रदेश | 90 | 17,000+ |
महाराष्ट्र | 80 | 15,000+ |
👉 डाटा स्रोत: जनजातीय कार्य मंत्रालय की रिपोर्ट (मार्च 2025)
🆕 2025 में क्या नया है ? चलिए जानते हैं !
अब बात करते हैं कि Pradhan Mantri Van Dhan Yojana में 2025 में क्या बदलाव आया है, क्या नया जुड़ा है – ताकि आप अपडेट रहें और फालतू की पुरानी जानकारी में टाइम न जाए।
✅ वन धन 2.0 की हुई शुरुआत
अब योजना का नया वर्जन “वन धन 2.0” लॉन्च हो चुका है। मतलब, सरकार ने इसे और बेहतर बना दिया है। अब इसमें ऑनलाइन ट्रेनिंग, डिजिटल पेमेंट और ई-कॉमर्स सपोर्ट जैसी कई चीजें जुड़ गई हैं।
✅ मोबाइल ऐप भी आ गया – “VanDhanConnect”
अब आपको आवेदन की स्थिति देखने या ट्रेनिंग लेने के लिए ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बस मोबाइल में VanDhanConnect ऐप डाउनलोड कीजिए और सबकुछ वहीं से मैनेज कीजिए।
✅ अब आपके प्रोडक्ट्स ऑनलाइन बिकेंगे
हां, आपने सही पढ़ा। अब आपके बनाए हुए प्रोडक्ट्स Amazon, Flipkart और Tribes India जैसी वेबसाइट्स पर बिक सकते हैं। इससे आपको पहले से 30% तक ज़्यादा कमाई मिल रही है।
✅ 500 नए वन धन केंद्र खुले
2025 की शुरुआत में ही देशभर में 500 नए वन धन केंद्र शुरू किए गए हैं। अब ज़्यादा लोग ट्रेनिंग ले सकते हैं और जुड़ सकते हैं।
✅ बांस, महुआ, गिलोय पर ज़ोर
अब सरकार बांस, महुआ, गिलोय, नीम जैसे खास फॉरेस्ट प्रोडक्ट्स पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इनसे बनाए गए प्रोडक्ट्स को आयुर्वेदिक और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में इस्तेमाल किया जा रहा है।
✅ MSME से कनेक्शन – अब बन सकते हैं छोटा उद्योग
अब वन धन केंद्रों को MSME यानी छोटे उद्योग के रूप में रजिस्टर करने का मौका मिल रहा है। इससे आपको लोन, सब्सिडी और सरकारी मदद भी मिलने लगेगी।
🔔 तो दोस्तो, अब ये सिर्फ एक योजना नहीं रही — ये एक डिजिटल और प्रोफेशनल रोजगार प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है। अगर अब भी आपने आवेदन नहीं किया है, तो सोच क्या रहे हो ? अभी कर डालो !
🌟 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana सफलता की कहानी
कमली बाई, छत्तीसगढ़ की एक आदिवासी महिला ने इस योजना से जुड़कर महुआ के फूलों से जैविक शहद का उत्पादन शुरू किया। आज वह 10 महिलाओं की टीम के साथ हर महीने ₹30,000 से अधिक कमा रही हैं।
“पहले जंगल से सिर्फ लकड़ी मिलती थी, अब रोज़गार भी मिलता है।” – कमली बाई
🔗 Pradhan Mantri Van Dhan Yojana संबंधित सरकारी योजनाएं
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)
- मुद्रा योजना
- स्टार्टअप इंडिया योजना
- डिजिटल इंडिया योजना
- वन उपज संग्रहण मूल्य समर्थन योजना (MSP for MFP)
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्रधानमंत्री वन धन योजना क्या है ?
यह आदिवासी समुदाय को स्वरोजगार और आय का साधन उपलब्ध कराने की सरकारी योजना है।
कौन इस योजना के लिए पात्र है ?
भारत के आदिवासी समुदाय के वन क्षेत्र में रहने वाले लोग।
इस योजना में कितना लाभ मिलता है ?
ट्रेनिंग, मशीनरी, मार्केटिंग और उत्पादन में सहायता मिलती है।
आवेदन कैसे करें ?
tribal.nic.in वेबसाइट या स्थानीय वन विभाग कार्यालय से।
क्या महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है ?
हाँ, SHG महिला समूहों को प्राथमिकता मिलती है।
आवेदन की कोई फीस है ?
नहीं, यह पूरी तरह से निशुल्क है।
राज्य सरकार की क्या भूमिका है ?
योजना के क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग में सहयोग करती है।
क्या योजना का लाभ ऑनलाइन बिज़नेस के लिए भी मिल सकता है ?
हाँ, वन उत्पादों की ई-मार्केटिंग के लिए सपोर्ट दिया जाता है।
अगर दस्तावेज़ अधूरे हों तो क्या आवेदन रिजेक्ट होगा ?
हाँ, सभी ज़रूरी दस्तावेज़ सही ढंग से जमा करने होंगे।
मुझे प्रशिक्षण कहाँ मिलेगा ?
आपके नजदीकी वन धन केंद्र में निशुल्क प्रशिक्षण होता है
📝 निष्कर्ष
Pradhan Mantri Van Dhan Yojana सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक क्रांति है जो आदिवासी भारत को आत्मनिर्भर बना रही है। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इस योजना का पात्र है, तो देर न करें।
👉 अभी आवेदन करें और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।
Note – mysarkariyojanaportal.com एक निजी ब्लॉग/वेबसाइट है, जिसका उद्देश्य भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं (Sarkari Yojana), प्रमाण पत्रों, पोर्टल्स, और सरकारी सेवाओं की जानकारी आम नागरिकों तक सरल और समझने योग्य भाषा में पहुँचाना है।
यह वेबसाइट किसी भी सरकारी वेबसाइट या विभाग से संबंधित नहीं है।