Income Certificate Guide ” काम तो सबको चाहिए, पर जब सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो, तो आय प्रमाणपत्र ही असली पासपोर्ट बन जाता है !”
गाँव का रहने वाला रमेश जब कॉलेज में स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई करने गया, तो उससे आय प्रमाणपत्र माँगा गया। उसके पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह प्रमाणपत्र कैसे बनवाया जाता है।
कई दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद आखिरकार उन्हें एक अधिकारी ने ऑनलाइन आवेदन का तरीका बताया। आज रमेश की पढ़ाई इसी सर्टिफिकेट की बदौलत चल रही है।
अगर आप भी आय प्रमाणपत्र बनवाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है! चलिए, समझते हैं कि यह प्रमाणपत्र क्या है, कैसे बनता है, और इसके क्या फायदे हैं।

आय प्रमाणपत्र क्या है ? – पूरी कहानी समझिए !
“बाबूजी, मैं कॉलेज में स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई करना चाहता हूँ, पर वो लोग ‘इनकम सर्टिफिकेट’ माँग रहे हैं… ये क्या होता है ?”
रामू ने अपने पिता से पूछा, जो एक छोटी-सी किराने की दुकान चलाते थे। पिताजी ने कहा – “अरे बेटा, ये वो कागज है जो साबित करता है कि हम गरीब हैं!”
पर सच ये है कि आय प्रमाणपत्र सिर्फ “गरीबी का प्रमाण” नहीं, बल्कि एक ऑफिशियल डॉक्यूमेंट है जो सरकार को बताता है कि आपके परिवार की सालाना कमाई कितनी है। यही वो चाबी है जो सरकारी योजनाओं, स्कॉलरशिप, नौकरियों और सुविधाओं का दरवाज़ा खोलती है।
आय प्रमाणपत्र : एक सरल परिभाषा
आय प्रमाणपत्र (Income Certificate) एक कानूनी दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति या परिवार की वार्षिक आय को प्रमाणित करता है। इसे तहसीलदार, SDM या राजस्व अधिकारी द्वारा जारी किया जाता है।
ये क्यों ज़रूरी है ?
- स्कॉलरशिप पाने के लिए (EWS/OBC/SC/ST छात्रों के लिए)।
- सरकारी नौकरी में आरक्षण का लाभ लेने के लिए।
- सब्सिडी वाली योजनाओं (जैसे PMAY, उज्ज्वला, शौचालय निर्माण) में आवेदन करने के लिए।
- कम ब्याज दर पर लोन लेने के लिए।
कहानी से समझें : आय प्रमाणपत्र कैसे काम करता है ?

किस्सा नंबर 1:
गाँव की सीता को नर्सिंग कोर्स में स्कॉलरशिप मिलनी थी, लेकिन कॉलेज वालों ने कहा – “बिना इनकम सर्टिफिकेट के फॉर्म नहीं भर सकते !”
सीता के पिता एक मज़दूर थे, उनकी सालाना आय ₹1.5 लाख से कम थी। उन्होंने ग्राम पंचायत से आय प्रमाणपत्र बनवाया, जिसके बाद सीता को पूरी फीस माफ़ मिल गई!
किस्सा नंबर 2 :
राजू के पापा की नौकरी लगनी थी, लेकिन उन्हें EWS (Economically Weaker Section) सर्टिफिकेट चाहिए था। उन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया और 15 दिन में सर्टिफिकेट मिल गया।
आय प्रमाणपत्र में क्या लिखा होता है ?
इस सर्टिफिकेट में निम्न जानकारी होती है:
- आवेदक का नाम व पता
- परिवार की कुल वार्षिक आय (कृषि, नौकरी, बिज़नेस सभी स्रोतों से)
- जारी करने वाले अधिकारी का हस्ताक्षर व मोहर
- सर्टिफिकेट की वैधता (अक्सर 1-3 साल तक)
ध्यान रहे! अगर आपकी आय बढ़ जाती है, तो नया सर्टिफिकेट बनवाना पड़ता है।
आय प्रमाणपत्र vs जाति प्रमाणपत्र – क्या फर्क है ?

- जाति प्रमाणपत्र (Caste Certificate): यह साबित करता है कि आप SC/ST/OBC वर्ग से हैं।
- आय प्रमाणपत्र (Income Certificate): यह साबित करता है कि आपकी आय कितनी है (चाहे आप किसी भी जाति के हों)।
उदाहरण: अगर कोई ओबीसी छात्र स्कॉलरशिप चाहता है, तो उसे दोनों सर्टिफिकेट चाहिए – जाति प्रमाणपत्र (OBC होने का) + आय प्रमाणपत्र (गरीब होने का)।
“ये सर्टिफिकेट कौन बनाता है ?”
- ग्राम पंचायत / नगर निगम (गाँव/शहर के लिए)
- तहसीलदार / SDM कार्यालय
- ऑनलाइन पोर्टल (जैसे महाराष्ट्र सेवा सारथी)
नकली सर्टिफिकेट की सच्चाई !
कुछ लोग झूठी आय दिखाकर सर्टिफिकेट बनवा लेते हैं। मान लीजिए, शहर का एक बड़ा दुकानदार जिसकी असल आय ₹10 लाख सालाना है, वो ₹1 लाख दिखाकर EWS सर्टिफिकेट बनवा लेता है। अगर पकड़ा गया, तो:
- सर्टिफिकेट रद्द होगा।
- जुर्माना या जेल भी हो सकती है।
- भविष्य में सरकारी सुविधाएँ बंद हो जाएँगी।
सरकार अब आधार-पैन लिंकिंग और ITR डेटा से इसकी जाँच करती है।
“तो बताइए, आपको आय प्रमाणपत्र चाहिए या नहीं ? – Income Certificate Guide”
अगर आप या आपके बच्चे:
- स्कॉलरशिप लेना चाहते हैं,
- सरकारी नौकरी में आरक्षण का फायदा उठाना चाहते हैं,
- मुफ्त/सब्सिडी वाली योजनाओं (जैसे घर, गैस कनेक्शन) का लाभ लेना चाहते हैं…
तो फटाफट आय प्रमाणपत्र बनवाइए !
आय प्रमाणपत्र के लाभार्थी (Beneficiaries)
- छात्रवृत्ति (Scholarship): EWS, OBC, SC/ST छात्रों के लिए।
- सरकारी योजनाएँ: PMAY, उज्ज्वला योजना, राशन कार्ड आदि।
- नौकरी में आरक्षण: सरकारी नौकरियों में आय सीमा का प्रमाण।
- बैंक लोन: कम ब्याज दर पर लोन लेने के लिए।
आय प्रमाणपत्र कैसे बनवाएँ ? – ऑनलाइन/ऑफलाइन पूरी गाइड

“अरे भईया, सरकारी काम तो वैसे भी लटके रहते हैं… पर अगर सही तरीका पता हो, तो आय प्रमाणपत्र 7 दिन में ही बन जाता है!”
चलिए, आज हम आपको बिना दफ्तर के चक्कर लगाए, आसानी से आय प्रमाणपत्र बनवाने का तरीका बताते हैं। ये गाइड हर राज्य के लिए काम करेगी, चाहे आप महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार या दिल्ली के रहने वाले हों।
विधि 1: ऑनलाइन आवेदन (Income Certificate Online Apply)
स्टेप 1: राज्य के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर जाएँ
हर राज्य का अपना अलग पोर्टल है:
- महाराष्ट्र: आपले सरकार
- उत्तर प्रदेश: ई-डिस्ट्रिक्ट UP
- बिहार: बिहार सेवा ऑनलाइन
- दिल्ली: दिल्ली e-District
स्टेप 2: “Income Certificate” का ऑप्शन चुनें
- “Apply for New Income Certificate” पर क्लिक करें।
स्टेप 3: फॉर्म भरें और दस्तावेज अपलोड करें
- नाम, पता, जाति, आय का स्रोत (नौकरी/कृषि/व्यापार) डालें।
- जरूरी दस्तावेज (नीचे दिए गए) स्कैन करके अपलोड करें।
स्टेप 4: पेमेंट करें और आवेदन सबमिट करें
- कुछ राज्यों में ₹20-50 का फीस लगता है (EWS/SC/ST के लिए मुफ्त)।
- आवेदन संख्या (Application No.) नोट कर लें।
स्टेप 5: सर्टिफिकेट डाउनलोड करें (Income Certificate Download)
- 7-15 दिन में सर्टिफिकेट तैयार हो जाएगा।
- Status Check करने के लिए पोर्टल पर “Track Application” का ऑप्शन होता है।
महाराष्ट्र के लिए: यहाँ क्लिक करके डायरेक्ट डाउनलोड करें
विधि 2: ऑफलाइन आवेदन (Offline Process)
स्टेप 1: तहसीलदार/एसडीएम कार्यालय से फॉर्म लें
- आय प्रमाणपत्र फॉर्म (Income Certificate Form) माँगें।
- या यहाँ से डाउनलोड करें (सैंपल लिंक)
स्टेप 2: दस्तावेज अटैच करें
- आधार कार्ड
- पते का प्रमाण (राशन कार्ड/बिजली बिल)
- आय का प्रमाण (सैलरी स्लिप/बैंक स्टेटमेंट/स्व-घोषणा)
स्टेप 3: फॉर्म जमा करें और रसीद लें
- कर्मचारी से अभिस्वीकृति पर्ची (Acknowledgement Slip) लेना न भूलें।
स्टेप 4: सर्टिफिकेट लेने जाएँ
- 10-15 दिन बाद कार्यालय से मूल प्रति लेने जाएँ।
जरूरी दस्तावेज (Income Certificate Documents)

- आधार कार्ड (अनिवार्य)
- पैन कार्ड (अगर ITR दाखिल किया है)
- बैंक स्टेटमेंट/सैलरी स्लिप (3-6 महीने की)
- राशन कार्ड (पते के लिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्व-घोषणा पत्र (अगर आय का कोई प्रमाण नहीं है)
नोट: गाँव के किसान अगर कृषि आय दिखाना चाहते हैं, तो पट्टा/खसरा नंबर देना होगा।
आय प्रमाणपत्र स्टेटस कैसे चेक करें ? (Income Certificate Status)

- राज्य के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर जाएँ।
- “Track Application” या “Certificate Status” पर क्लिक करें।
- आवेदन संख्या (Application No.) डालें।
- स्टेटस दिख जाएगा – “In Process”, “Approved” या “Rejected”।
क्या करें अगर आवेदन रिजेक्ट हो जाए ?
- कारण पूछें (ज्यादातर दस्तावेज गलत होने पर रिजेक्ट होता है)।
- दोबारा अप्लाई करें, सही डॉक्युमेंट्स के साथ।
- अगर फिर भी दिक्कत हो, तो जिला अधिकारी (Collector Office) से शिकायत करें।
आय प्रमाणपत्र का दुरुपयोग ( Misuse of Income Certificate )
कुछ लोग गलत तरीके से कम आय दिखाकर प्रमाणपत्र बनवा लेते हैं। उदाहरण के लिए:
- एक व्यक्ति जिसकी असल में ₹10 लाख सालाना आय थी, उसने ₹1 लाख दिखाकर EWS सर्टिफिकेट बनवा लिया और सरकारी नौकरी में आरक्षण का फायदा उठाया। बाद में पता चलने पर उसकी नौकरी चली गई।
- कुछ एजेंट झूठे दस्तावेज लगाकर प्रमाणपत्र बनवाते हैं, जो कानूनन अपराध है।
सरकार अब डिजिटल सत्यापन (Aadhaar linking, ITR verification) से इस तरह की धोखाधड़ी रोक रही है।
आय प्रमाणपत्र फॉर्म ( Income Certificate Form )
फॉर्म में निम्न जानकारी भरनी होती है:
- आवेदक का नाम, पता, जाति
- परिवार की कुल सालाना आय
- आय के स्रोत (कृषि/नौकरी/व्यापार)
- स्व-घोषणा (Self-attestation)
नवीनतम सर्वेक्षण (New Survey)
2023 में केंद्र सरकार ने EWS (Economically Weaker Section) प्रमाणपत्र के लिए नए नियम बनाए हैं:
- ₹8 लाख सालाना से कम आय वाले EWS के अंतर्गत आएँगे।
- डिजिटल सत्यापन अनिवार्य (Aadhaar-ITR लिंकिंग)।
संबंधित शब्द (See Also)
- जाति प्रमाणपत्र ( Caste Certificate )
- निवास प्रमाणपत्र (Domicile Certificate)
- EWS सर्टिफिकेट (EWS Certificate)
आय प्रमाणपत्र पर 15 ज़रूरी सवाल-जवाब (FAQ)

“अरे भैया, सरकारी कागजात का काम शुरू करो तो सवालों का पिटारा खुल जाता है! चलिए, आज आय प्रमाणपत्र से जुड़े सारे कंफ्यूजन दूर करते हैं।”
आय प्रमाणपत्र क्या होता है ?
जवाब: यह एक सरकारी सर्टिफिकेट है जो बताता है कि आपके परिवार की सालाना आय कितनी है। बिना इसके छात्रवृत्ति, EWS कोटा या सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाता।
आय प्रमाणपत्र कहाँ से बनवाएँ ?
ऑनलाइन: राज्य के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल (जैसे आपले सरकार for Maharashtra)।
ऑफलाइन: तहसीलदार कार्यालय या SDM ऑफिस।
कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए ?
आधार कार्ड
पैन कार्ड (अगर ITR फाइल किया है)
बैंक स्टेटमेंट/सैलरी स्लिप
राशन कार्ड (पते के लिए)
स्व-घोषणा पत्र (अगर आय का कोई प्रूफ नहीं)
गाँव वालों के लिए: अगर किसान हैं तो खसरा नंबर/पट्टा दिखाना पड़ सकता है।
कितने दिन में बनकर तैयार होता है ?
जवाब: ऑनलाइन अप्लाई करने पर 7-15 दिन, ऑफलाइन में 15-30 दिन लग सकते हैं।
मजेदार बात: कुछ ऑफिस वाले “कल आना” कहकर महीने निकाल देते हैं, इसलिए ऑनलाइन अप्लाई करना बेहतर
क्या आय प्रमाणपत्र और EWS सर्टिफिकेट एक ही हैं ?
EWS सर्टिफिकेट: सिर्फ सामान्य वर्ग (जिनकी आय ₹8 लाख सालाना से कम) के लिए।
आय प्रमाणपत्र: हर वर्ग (SC/ST/OBC/General) के लिए।
क्या बिना आय के प्रूफ के सर्टिफिकेट मिल सकता है ?
जवाब: हाँ, स्व-घोषणा पत्र (Affidavit) देकर बनवा सकते हैं, पर अधिकारी जाँच कर सकते हैं।
सावधानी: गलत घोषणा करने पर जुर्माना या जेल हो सकती है!
सर्टिफिकेट की वैधता कितनी होती है ?
जवाब: ज्यादातर राज्यों में 1-3 साल तक वैध रहता है।
टिप: अगर आय बढ़ जाए तो नया बनवाना पड़ेगा।
ऑनलाइन स्टेटस कैसे चेक करें ?
राज्य के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर जाएँ।
“Track Application” पर क्लिक करें।
अपना आवेदन नंबर डालें।
क्या मैं एक से ज्यादा बार आवेदन कर सकता हूँ ?
जवाब: हाँ, अगर पहला आवेदन रिजेक्ट हो गया हो, तो दोबारा अप्लाई कर सकते हैं।
नोट: एक ही समय में एक से ज्यादा आवेदन नहीं कर सकते।
क्या आय प्रमाणपत्र पूरे भारत में मान्य है ?
जवाब: नहीं, यह राज्य-विशिष्ट होता है। अगर आप दूसरे राज्य में शिफ्ट होते हैं, तो वहाँ का बनवाना पड़ेगा।
क्या एजेंट के जरिए सर्टिफिकेट बनवाना सही है ?
जवाब: नहीं! खुद अप्लाई करें, वरना एजेंट झूठे दस्तावेज़ लगाकर धोखाधड़ी कर सकते हैं।
चेतावनी: कई बार एजेंट पैसे लेकर भाग जाते हैं, सर्टिफिकेट नहीं देते!
अगर सर्टिफिकेट गलत बन गया तो क्या करें ?
जवाब: तुरंत तहसीलदार कार्यालय में शिकायत करें और नया सर्टिफिकेट बनवाएँ।
क्या नौकरीपेशा लोग भी आय प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं ?
जवाब: हाँ! सैलरी स्लिप या ITR दिखाकर बनवा सकते हैं।
उदाहरण: अगर आपकी सालाना सैलरी ₹5 लाख है, तो आप EWS/ओबीसी कोटे का फायदा ले सकते हैं।
क्या आय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए फीस लगती है ?
जवाब: ज्यादातर राज्यों में ₹20-50 का फीस लगता है, पर SC/ST/EWS के लिए मुफ्त है।
क्या मैं मोबाइल से ही आय प्रमाणपत्र बना सकता हूँ ?
जवाब: हाँ! कई राज्यों के ऐप (जैसे महाराष्ट्र सेवा सारथी, UP e-District) से मोबाइल से ही अप्लाई कर सकते हैं।
टिप: अगर इंटरनेट नहीं आता, तो किसी साइबर कैफ़े से मदद लें।
संदर्भ (References)
- महाराष्ट्र सरकार का GR
- आय प्रमाणपत्र नियमावली (PDF)
- भारत सरकार का नागरिक सेवा पोर्टल
“सही दस्तावेज, सही जानकारी – यही है सरकारी योजनाओं का मूलमंत्र!”
अगर आपको आय प्रमाणपत्र बनवाने में कोई दिक्कत आ रही है, तो कमेंट में पूछें। हमारी टीम आपकी मदद करेगी!