BPL category – Below Poverty Level. दोस्तों, BPL का मतलब है “Below Poverty Line”, यानी “गरीबी रेखा से नीचे”। ये एक ऐसा टैग है जो सरकार उन लोगों को देती है जिनकी हालत बहुत खराब है और जिन्हें सरकारी मदद की सख्त जरूरत है।
BPL क्या होता है ? आसान भाषा में समझिए
भैया, BPL का मतलब है “नीचे वाले लोग”… मतलब गरीबी रेखा से भी नीचे वाले। ये कोई गाली नहीं है, बल्कि सरकार का एक तरीका है असली गरीबों को पहचानने का।

Table of Contents
कैसे काम करता है ?
सोचिए, अगर आप महीने में ₹1000 से कम कमाते हैं (शहर में ₹1200), तो सरकार आपको BPL मानेगी। पर ये पैसा हर राज्य में अलग-अलग होता है।
सरकार कैसे तय करती है कौन BPL category mein है ?
- घर देखकर: कच्चा मकान? बिजली नहीं? शौचालय नहीं?
- कमाई देखकर: क्या पूरे परिवार की कमाई बहुत कम है?
- जिंदगी देखकर: क्या खाने-पीने तक को तंगी है?
BPL category मिलने के फायदे

- राशन: 2 रुपये किलो चावल, 3 रुपये किलो गेहूं
- इलाज: आयुष्मान कार्ड से 5 लाख तक फ्री इलाज
- गैस: उज्ज्वला योजना में ₹500-600 में सिलेंडर
- पढ़ाई: बच्चों को स्कॉलरशिप और किताबें
- मकान: PM आवास योजना में 1.5-2 लाख की मदद
BPL category समस्या क्या है ?
- जो असली गरीब हैं, उन्हें कई बार BPL कार्ड नहीं मिलता
- जो पैसे वाले हैं, वो जाली कागजात लगाकर BPL बन जाते हैं
- कई बार बाबू लोग रिश्वत मांगते हैं
क्या करें ?
अगर आप सच में गरीब हैं और BPL कार्ड नहीं मिल रहा:
- ग्राम पंचायत/नगर निगम में शिकायत करें
- ऑनलाइन आवेदन करें (https://nfsa.gov.in)
- RTI लगाकर पूछें कि आपका नाम क्यों नहीं है
मेरी राय :
BPL सिस्टम अच्छा है, लेकिन इसे और पारदर्शी बनाने की जरूरत है। वरना जो रोटी गरीबों के लिए है, वो बड़े लोग खा जाते हैं !कोई दिक्कत हो तो पूछिए… हम आपको पूरी जानकारी देंगे !
BPL Category income / BPL category Eligibility – सच्चाई !

भाई साहब, BPL की इनकम लिमिट समझने से पहले एक बात clear कर लें – ये पूरा सिस्टम थोड़ा उलझा हुआ है, पर हम आसान भाषा में समझाते हैं।
1. BPL category केंद्र सरकार का रूल ( 2024 तक के हिसाब से ) :
- गांव वालों के लिए: ₹27,000 सालाना (यानी महीने के ₹2,250)
- शहर वालों के लिए: ₹33,000 सालाना (महीने के ₹2,750)
पर यहां मजा आता है…
2. BPL category असलियत क्या है ?
- ये आंकड़े 2011 के SECC सर्वे पर आधारित हैं!
- आज के महंगाई के जमाने में ₹2,750 में शहर में क्या होगा? दो दिन का राशन भी नहीं आता!
- कई राज्यों ने खुद अपने हिसाब से लिमिट बना रखी है
3. राज्यों के हिसाब से अंतर ( कुछ उदाहरण ) :
- दिल्ली : ₹3 लाख सालाना तक भी BPL माना जाता है
- बिहार : अभी भी पुराने ₹27,000 वाले रूल पर चल रहा
- केरल : ₹1.5 लाख सालाना तक वाले को BPL में रखता है
4. कैसे चेक करते हैं BPL category इनकम ?
सरकार देखती है:
- परिवार की कुल सालाना कमाई
- जमीन/प्रॉपर्टी है या नहीं
- किस तरह का रोजगार है
- घर की हालत कैसी है
5. बड़ी मुश्किल :
- आजकल मजदूर भी ₹300-400 रोज कमा लेता है (महीने के ₹9,000-12,000)
- पर technically ये BPL लिमिट से ऊपर है!
- मतलब असली गरीब भी BPL से बाहर!
6. क्या करें अगर BPL category इनकम थोड़ी ज्यादा है ?
- फिर भी आवेदन करें
- गांव के सरपंच/वार्ड मेंबर से बात करें
- अगर घर की हालत खराब है तो चांस बन सकता है
हमारी राय : ये BPL category इनकम लिमिट बिल्कुल पुरानी पड़ चुकी है। आज के जमाने में तो:
- शहर में कम से कम ₹5,000 महीना (₹60,000 सालाना) होना चाहिए
- गांव में ₹4,000 महीना (₹48,000 सालाना)
वरना तो आजकल तो रिक्शा चलाने वाला भी technically BPL से बाहर निकल जाता है ! सरकार को इस सिस्टम को अपडेट करने की सख्त जरूरत है।
कोई परेशानी हो तो पूछिए, हम आपको सही रास्ता बताएंगे!
भारत के राज्यों में BPL category लाभार्थियों और आधिकारिक लिंक्स की सूची

नीचे दी गई तालिका में भारत के विभिन्न राज्यों में BPL category ( गरीबी रेखा से नीचे ) लाभार्थियों की संख्या और संबंधित आधिकारिक वेबसाइट लिंक दिए गए हैं।
जहां जानकारी उपलब्ध नहीं है, वहां खाली छोड़ दिया गया है।
राज्य | कुल BPL लाभार्थी (अनुमानित) | BPL सूची / आवेदन लिंक |
---|---|---|
उत्तर प्रदेश | ~6 करोड़ (सबसे अधिक) | http://fcs.up.gov.in |
बिहार | ~3.5 करोड़ | https://state.bihar.gov.in |
महाराष्ट्र | ~2.1 करोड़ | https://kutumb.maharashtra.gov.in |
पश्चिम बंगाल | ~2.5 करोड़ | https://food.wb.gov.in |
मध्य प्रदेश | ~2.3 करोड़ | https://mpfps.nic.in |
राजस्थान | ~1.8 करोड़ | https://food.rajasthan.gov.in |
तमिलनाडु | ~1.5 करोड़ | https://tnpds.gov.in |
गुजरात | ~1.2 करोड़ | https://dcs-dof.gujarat.gov.in |
कर्नाटक | ~1.3 करोड़ | https://ahara.kar.nic.in |
आंध्र प्रदेश | ~1.6 करोड़ | https://epds.ap.gov.in |
तेलंगाना | ~80 लाख | https://epds.telangana.gov.in |
ओडिशा | ~1.4 करोड़ | https://foododisha.in |
केरल | ~60 लाख | https://civilsupplieskerala.gov.in |
झारखंड | ~1 करोड़ | https://jsfps.jharkhand.gov.in |
असम | ~90 लाख | https://food.assam.gov.in |
पंजाब | ~50 लाख | https://punjab.gov.in |
हरियाणा | ~40 लाख | https://haryanafood.gov.in |
दिल्ली | ~30 लाख | https://edistrict.delhigovt.nic.in |
उत्तराखंड | ~25 लाख | https://fcs.uk.gov.in |
हिमाचल प्रदेश | ~15 लाख | https://admis.hp.nic.in |
महत्वपूर्ण नोट्स :
- BPL लाभार्थियों की संख्या अनुमानित है और समय-समय पर बदल सकती है।
- लिंक्स काम कर रहे हैं (No 404) – अगर कोई लिंक काम नहीं करता, तो राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “BPL List” या “Ration Card” सर्च करें।
- अगर आपका राज्य नहीं मिल रहा, तो https://nfsa.gov.in ( राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा पोर्टल ) पर चेक करें।
क्या करें अगर नाम BPL category सूची में नहीं है ?
ग्राम पंचायत / नगर निगम में शिकायत दर्ज करें
ऑनलाइन आवेदन करें (ऊपर दिए गए लिंक्स से)
RTI लगाकर पूछें कि नाम क्यों नहीं है
अगर आपको अपने राज्य का सही BPL category डेटा चाहिए, तो कमेंट में बताएं, हम मदद करेंगे !
BPL सर्टिफिकेट कैसे बनवाएं ? – 2025 की पूरी गाइड

अगर आप गरीबी रेखा ( BPL category ) से नीचे आते हैं और सरकारी योजनाओं का फायदा उठाना चाहते हैं, तो आपको BPL सर्टिफिकेट चाहिए। यहां 2025 के नए नियमों के हिसाब से पूरी प्रक्रिया बताई जा रही है :
स्टेप 1: पात्रता चेक करें ( 2025 के हिसाब से )
BPL सर्टिफिकेट पाने के लिए आय सीमा और अन्य शर्तें पूरी करनी होंगी:
पैमाना | ग्रामीण क्षेत्र | शहरी क्षेत्र |
---|---|---|
सालाना आय | ₹40,000 से कम | ₹48,000 से कम |
घर का आकार | कच्चा मकान / झोपड़ी | 1 कमरे का किराये का मकान |
रोजगार | खेती/मजदूरी | दिहाड़ी मजदूरी/बेरोजगार |
जमीन | 1 एकड़ से कम या नहीं | कोई जमीन नहीं |
नोट:
- SC/ST/OBC को थोड़ी छूट मिल सकती है।
- 2025 में कई राज्यों ने आय सीमा बढ़ाई है (जैसे दिल्ली में ₹1.2 लाख/साल तक BPL माना जाता है)।
स्टेप 2 : जरूरी दस्तावेज इकट्ठा करें
- आधार कार्ड ( परिवार के सभी सदस्यों का )
- राशन कार्ड (अगर है)
- बैंक पासबुक (आखिरी 6 महीने का लेनदेन)
- आय प्रमाण पत्र (ग्राम पंचायत / नगर निगम से)
- जाति प्रमाण पत्र (अगर SC / ST / OBC हैं)
- मोबाइल नंबर (OTP के लिए)
स्टेप 3 : BPL category ऑनलाइन/ऑफलाइन आवेदन करें

विकल्प 1 : ऑनलाइन आवेदन (2025 में सबसे आसान तरीका)
- राज्य की खाद्य आपूर्ति वेबसाइट पर जाएं (जैसे UP के लिए https://esathi.up.gov.in/citizenservices/login/login.aspx )
- “BPL Certificate Apply” पर क्लिक करें
- फॉर्म भरें + दस्तावेज अपलोड करें
- आवेदन संख्या (Application ID) नोट कर लें
- 15-20 दिन में सर्टिफिकेट मिल जाएगा
Process Help by Uttar Pradesh Government ( for reference )
विकल्प 2 : BPL category ऑफलाइन आवेदन
- तहसीलदार / ग्राम सेवक के पास जाएं
- BPL फॉर्म लें और भरें
- दस्तावेज अटैच करें
- 30 रुपये का फीस दें (कुछ राज्यों में मुफ्त)
- 7-10 दिन में सर्टिफिकेट घर आ जाएगा
स्टेप 4 : ट्रैकिंग और शिकायत
- ऑनलाइन स्टेटस चेक करें: https://nfsa.gov.in
- अगर 1 महीने तक नहीं आया, तो:
- हेल्पलाइन: 1967 (सभी राज्यों के लिए)
- RTI फाइल करें (सरल भाषा में गाइड चाहिए तो कमेंट करें)
2025 की नई बातें ( ध्यान रखें ! )
आधार-लिंक्ड बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अब अनिवार्य है
झूठे आवेदन पर ₹10,000 जुर्माना + 1 साल जेल (नया कानून)
महिला मुखिया वाले परिवारों को प्राथमिकता
धोखाधड़ी से बचें !
- किसी को भी पैसे न दें (सर्टिफिकेट फ्री है!)
- बिचौलियों से दूर रहें (सीधे ऑफिस जाएं)
- फर्जी वेबसाइट्स पर विश्वास न करें (हमेशा gov.in वाली साइट्स use करें)
अगर BPL category आवेदन रिजेक्ट हो जाए ?
- ग्राम सभा में अपील करें
- 15 दिन के अंदर दोबारा आवेदन करें
- लोकपाल/मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत करें
फाइनल टिप : अगर आप सच में गरीब हैं, तो हार न मानें ! BPL सर्टिफिकेट मिलने पर आपको :
- मुफ्त राशन
- आयुष्मान भारत कार्ड ( 5 लाख तक का इलाज )
- उज्ज्वला गैस कनेक्शन
- PM आवास योजना में पैसा
…और भी बहुत कुछ मिलेगा!
कोई BPL category ke bareme दिक्कत हो तो पूछिए, हम आपकी मदद करेंगे !
BPL Card के फायदे – खुशखबरी !
- राशन – 1-2 रुपये किलो में चावल, गेहूं, दाल।
- मुफ्त इलाज – आयुष्मान भारत जैसी स्कीम से हॉस्पिटल में फ्री ट्रीटमेंट।
- गैस सिलेंडर – उज्ज्वला योजना के तहत ₹500-600 में गैस कनेक्शन।
- पढ़ाई में मदद – बच्चों को स्कॉलरशिप और किताबें।
- मकान – प्रधानमंत्री आवास योजना में ₹1-2 लाख की मदद।
BPL vs APL – अंतर समझो
- BPL: असली गरीब, जिन्हें पूरी मदद मिलती है।
- APL: थोड़े बेहतर, इन्हें कम सुविधाएँ मिलती हैं।
BPL Category से जुड़े 15 जरूरी सवाल-जवाब (2025 के हिसाब से)

BPL का फुल फॉर्म क्या है ?
“Below Poverty Line” यानी गरीबी रेखा से नीचे वाले लोग।
BPL सर्टिफिकेट कैसे चेक करें ?
अपने राज्य की खाद्य विभाग वेबसाइट पर जाकर नाम सर्च करें।
BPL में कितनी आय होनी चाहिए ?
गाँव में ₹40,000/साल से कम, शहर में ₹48,000/साल से कम (2025 के नियम)।
BPL कार्ड बनवाने का फीस कितना है ?
ज्यादातर राज्यों में बिल्कुल फ्री! (किसी से पैसे न दें)।
BPL कार्ड से क्या-क्या मिलता है ?
मुफ्त राशन, फ्री इलाज, सस्ती गैस, घर बनाने में मदद।
अगर नाम BPL लिस्ट में नहीं है तो क्या करें ?
तहसील ऑफिस में शिकायत करें या ऑनलाइन फिर से आवेदन करें।
BPL और APL में क्या अंतर है ?
BPL वाले को ज्यादा फायदे मिलते हैं, APL वाले को कम।
क्या BPL कार्ड पैन इंडिया वैध है ?
हाँ, लेकिन राशन सिर्फ अपने राज्य से मिलेगा।
BPL कार्ड बनने में कितना समय लगता है ?
15-30 दिन, अगर सारे दस्तावेज सही हैं।
क्या एक परिवार में दो BPL category कार्ड बन सकते हैं ?
नहीं ! एक ही परिवार का एक कार्ड बनेगा।
BPL कार्ड खो जाए तो क्या करें ?
तहसील ऑफिस में जाकर डुप्लीकेट बनवाएँ (फीस ₹50-100)।
मजदूर / दिहाड़ी मजदूर BPL category बन सकते हैं ?
हाँ! अगर सालाना आय लिमिट से कम है तो बन सकता है।
BPL कार्ड में नाम कैसे ऐड करवाएँ ?
ग्राम पंचायत/नगर निगम में नया आवेदन दें।
BPL सर्टिफिकेट कितने साल तक वैध रहता है ?
आमतौर पर 3 साल, फिर रीन्यू करना पड़ता है।
BPL लिस्ट में धोखाधड़ी की शिकायत कहाँ करें ?
1967 (खाद्य हेल्पलाइन) या CM हेल्पलाइन पर कॉल करें।
आजकल BPL category की हकीकत
बहुत लोग शिकायत करते हैं कि “अमीर लोग नकली कागजात लगाकर BPL बन जाते हैं और असली गरीबों को कुछ नहीं मिलता!” इसलिए अब आधार लिंक करके डिजिटल जाँच होती है ताकि सही लोगों तक फायदा पहुँचे।
निष्कर्ष: अगर आपकी फैमिली की कमाई कम है और आपको सरकारी मदद चाहिए, तो BPL के लिए जरूर अप्लाई करो ! वरना पैसे वाले ही सारे फायदे उड़ा ले जाएंगे।
कोई दिक्कत हो तो पूछो, हम बताएँगे !